Naari Shareer Pe Atyachar/ नारी शरीर पे अत्याचार

दक्षिण एशिया के सभी देशों के संविधान कहते हैं कि औरत और मर्द बराबर हैं। पर हमारी परम्पराएं, रीति-रिवाज़ और धर्म कहते हैं कि पुरुष उत्तम है, नारी निम्नतर है। घर का मुखिया पुरुष है, कुल का दीपक बेटा है। एक तरफ ऐसी पितृसत्तात्मक संस्कृति, परम्पराएं, धार्मिक मान्यताएं और दूसरी तरफ हमारे देशों के संविधान, संयुक्त राष्ट्र की मानव घोषणा, CEDAW- किसकी मानें! इस गीत में कहा जा रहा है की प्रजातंत्र में संविधान की ही मानी जानी चाहिए, अब वही मानी जाएगी और नारी शरीर पे अत्याचार कदापि नहीं सही जाएगी।
Duration Language
00:04:34
Producer Voices
Jyoti Mapsekar
Chhaya Raje
Kamla Bhasin