Tum Ladki Ho Tumhe Kyon Padhna Hai/ तुम लड़की हो तुम्हे क्यों पढ़ना है

इस कविता में एक बेटी अपने पिता को जवाब देती है जब वो उससे पूछते हैं 'तुम्हे क्यों पढ़ना है, पढने को बेटे काफी हैं?'। पूरी हिम्मत और हौसले के साथ यह बहादुर बेटी ये ऐलान करती है की अब वो पढ़ेगी, आगे बढ़ेगी, नए धर्म और नए कानून रचेगी, मीरा के गाने गाएगी और अपने राग बनाएगी।
Duration Language
00:02:06
Producer Voices
Kamla Bhasin