Jashn-e-Aazaadi/ जश्न-ए-आज़ादी

इस गीत के ज़रिये जश्न मनाया जा रहा है। आज़ादी का जश्न। मानव अधिकारों, समता और न्याय का जश्न। मोहब्बत की ताकत का जश्न। इस गाने के ज़रिये इस बात का भी जश्न मनाया जा रहा है की अब बहुत से लड़के और पुरुष भी आगे बढ़कर पितृसत्ता का विरोध कर रहे हैं। यह गीत 'जागोरी'- एक ऐसी संस्था जो भिन्न माध्यम से नारीवादी सोच तैयार कर रही है- उसके सन 2014 में 30 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है।
Duration Language
00:07:10
Producer Voices
Rajasthan Roots
Kamla Bhasin