महिला संगठनों द्वारा यौन हिंसा व मृत्युदंड विरोधी व्यक्तव्य

अभियान
by महिला संगठनों व प्रगतिशील समूहों के सदस्यगण / Ref महिला संगठनों व प्रगतिशील समूहों के सदस्यगण
यह व्यक्तव्य समस्त देश के ज़िम्मेदार नागरिकों द्वारा दिसंबर 2012 में घटित निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या कांड के बाद दर्ज किया गया जिसमें इन्साफ की मांग करते हुए इस बात पर ज़ोर दिया गया कि बलात्कार व यौन हिंसा के अन्य रूप केवल महिलाओं का मुद्दा नहीं है, यह एक राजनैतिक मुद्दा है जिससे हर नागरिक का सरोकार होना चाहिए। इस न्याय की मांग में मृत्युदंड कदापि शामिल नहीं है अपितु इसमें विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए मृत्युदंड के प्रावधान की मुख़ालफ़त की गई है।
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Jagori
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