पानी बेहता रहे- महोबा की चांपाकल मैकेनिक

by वॉटर एड इंडिया / Ref वॉटर एड इंडिया
महोबा के गाँवों में सात महिलाओं के एक समूह ने वॉटर एड की परियोजना के तहत मैकेनिक का काम सिखा जिससे एक बहुत बड़ी समस्या का निवारण हो गया है क्योंकि इससे पहले सरकारी पम्प ख़राब हो जाने पर इनकी मरम्मत होने में महीनों लग जाते थे और औरतों को पानी भरने में काफ़ी असुविधा होती थी। अतः इन महिला मैकेनिकों की भूमिका अहम है और वे यह रूढ़िवादी परंपरा को भी तोड़ने में सफ़ल रही हैं कि यह काम केवल पुरुष ही कर सकते हैं।
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Jagori
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