देवी-स्त्री यौनिकता

by अनामिका / Ref अनामिका
पौराणिक रचनाओं से विभिन्न देवियों (पारवती, राधा, द्रौपदी, सीता आदि) के चरित्र वर्णना को उदाहरणस्वरूप पेश करते हुए प्रस्तुत लेख इस बात को उजागर करता है की वे सभी अपनी यौनिकता की अभिव्यक्ति, अपने चयन, अपनी देह और अपनी रुचि को महत्त्व देती हैं। यह इस बात को भी दर्शाता है की स्त्रियों को यौन संतुष्टि ऐसे ही साथी से मिल सकती है जिसका उनसे गहरा मानसिक व बौद्धिक जुड़ाव हो। आदरपूर्वक, मीठी, उड़ान भरी बातें और काव्य-संगीत-नृत्यादि की समझ से स्त्रियों/देवियों की यौनिकता स्पंदित होती है।
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Jagori
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