अंत में

by जुही जैन / Ref जुही जैन
इस लेख में संपादक जुही, यौनिकता विशेषांक के प्रकाशन के पीछे जागोरी के उद्देश्य को सम्प्रेषित करते हुए कहती हैं कि इस अंक में हम सबला के माध्यम से यौन व यौनिकता से जुड़े तमाम पहलुओं को उजागर करने व इस विमर्श को आगे ले जाने की कोशिश की गई है। वे पाठकों की प्रतिक्रिया, नज़रिये तथा विचार का स्वागत करती हैं।
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Jagori
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