दीक्षा

कहानी
by पी. सत्यावती / Ref पी. सत्यावती
पढ़िए पि. सत्यावती की लिखी कहानी 'दीक्षा'। इस कहानी के प्रसंग में कुछ पृष्ठभूमि की जानकारी- केरल के सबरीमलै पहाड़ पर स्थित अय्यप्पा स्वामी की 40 दिन की दीक्षा के आरम्भ में काले कपड़ों के साथ माला पहनी जाती है जिसे माला लेना कहते हैं। दीक्षा के दौरान खान-पान और व्यवहार में संयम के साथ ब्रह्मचर्य का पालन करना अनिवार्य है। साधारण आर्थिक स्थिति के लोग, जो अय्यप्पा के मंदिर नहीं जा सकते, वे भवानी की दीक्षा लेते हैं और विजयवाड़ा में स्थित देवी के मंदिर जाते हैं। दीक्षा के नियम दोनों में सामान है।
Editor Translator Photographer Publisher
जे. एल. रेड्डी
Jagori
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6