महिला भी इंसान है

by चित्रा पंचकर्ण / Ref चित्रा पंचकर्ण
इस लेख में एक पाठक 'छेड़खानी' से जुड़े अपने व्यक्तिगत अनुभव को बांटते हुए महानगरों में महिलाओं के लिए सार्वजानिक स्थलों में बढ़ते असुरक्षा पर चिंता व्यक्त करती हैं। साथ ही वे मीडिया में औरत का एक 'भोग का सामान' के रूप में गैर जिम्मेदाराना चित्रण की भी निंदा करती हैं।
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Jagori
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