'हम चुप नहीं रहेंगे'

by सुनीता ठाकुर / Ref सुनीता ठाकुर
प्रस्तुत लेख में अपने निजी अनुभव को बांटते हुए लेखिका दोहराती हैं कि औरतों के साथ किसी भी तरह की छेड़खानी व यौन-हिंसा एक अपराध है जिसके खिलाफ आवाज़ उठाना और अपराधियों को सजा दिलाना अत्यंत ज़रूरी है क्योंकि ऐसा न करने से दोषी को शय मिलती है।
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Jagori
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