बेटी का खत- मां के नाम

by जुही जैन / Ref जुही जैन
"...अपनी आय पर अपना नियंत्रण रखना भी हम औरतों को सीखना होगा। कमाने के साथ-साथ उसे अपनी मर्ज़ी से खर्च करना भी ज़रूरी है। नहीं तो औरत महज एक पैसा कमाने वाली मशीन बनकर रह जाती है। गुलामी का एक पहलू यह भी है...।" आगे पढ़िए
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Jagori
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