हमारी बात

by जुही जैन / Ref जुही जैन
प्रस्तुत लेख विभिन्न घटनाओं को उदाहरणस्वरूप पेश करते हुए इस बात का स्पष्टीकरण करता है की यौन हिंसा का वर्ग, जाति या मानसिक बीमारी से लेना-देना नहीं है। यौन हिंसा का एक मात्र कारण है पितृसत्तात्मक समाज जहाँ औरत को पुरुष के सामान न समझकर उसे निम्न दर्जा दिया जाता है।
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