एक लक्ष्मी की पूजा, दूसरी का अपमान

by रीता चतुर्वेदी / Ref रीता चतुर्वेदी
"आखिर क्यों होता हैं ऐसा ? जो लक्ष्मी परिवार के लिये जीती हैं , कुरर्बान होती हैं वह ज़रा भी सामान की पात्र नहीं हैं । ... क्यों हो गया हैं हमारे पुरष वर्ग को? दीपावली पर सिर्फ घर ही नहीं, मन को भी रोशन करीए । घर की लक्ष्मी का निरादर करने से क्या कोई घर सुखमय बन सकता हैं ? " आगे पढ़िए...
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