रामकली ने हार नहीं मानी

by वीणा शिवपुरी / Ref वीणा शिवपुरी
" तुम दीप शिखा बन तुम शक्तिदाम् , सुजनशीला बुद्धि आलोक फैलाओ विद्याहीन रहे न कोई नारी ऐसी कोई जुगत बनाओ जो रखो अपना ध्यान प्रभु उसके सहाए ऐसी सोच बढ़ती जाओ । " आगे पढ़िए...
Editor Translator Photographer Publisher
Sevagarm Viikas Sansthan
Page count Languages Volume Compiler
2