मुझे मत मारो ! मैँ डायन नहीं हैं

by विशेष सवांददाता / Ref विशेष सवांददाता
" अठारहवीं शताब्दी के भारत में अनेक कृपरथओ के ज़रिए औरतों की खुले आम हत्या की जाती थी । उनमे सती के नाम पर औरत को जला देना और डायन कह कर पीट - पीट कर मार देना खास थी । ... सिर्फ शर्म से सिर झुकाने से काम नहीं चलेगा हर जागरूक स्त्री और पुरुष को राष्ट्रीय स्तर पर इसके खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए । " आगे पढ़िए..
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