हम सब नेता बन सकती हैं

by वीणा शिवपुरी / Ref वीणा शिवपुरी
"... हम सबकी तरह गाव की सीधी - सादी अनपढ़ औरत थी । बस, यही सोच लो कि पहले कदम लेने वाली औरतों आसमान से नहीं उतरती । वे हम लोगों के बीच से ही उठती हैं । बात तो बस ठान लाने की हैं । औरत एक बार कुछ ठान ले तो कोई उसे डिगा नहीं सकता । " आगे पढ़िए...
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