औरत को मारो: इज़्ज़त बचाओ !

by विशेष सवाददाता / Ref विशेष सवाददाता
"एक लड़की होकर अपना फैसला खुद लेने की हिम्मत की ! एक लड़की होकर मर्दो के सामने डटने की हिम्मत की ! औरत की इस हिम्मत से मर्द डरता हैं उसकी गद्दी डोलने लगती हैं ।... मर्द के हाथ की कठपुतली बनने से इंकार करना, खुद अपना फैसला लेना ही हम पितृसत्तात्मक समाज से बरदर्शत नहीं होता । " आगे पढ़िए...
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