हमारी साझी लड़ाई

by जुहू जैन / Ref जुहू जैन
" अपने समाज में मेँ पहली औरत हूं जो पास के इलाको में जो पाई हूं । मैंने अभी कुछ दिनों पहले पूना, बैंगलोर और दिल्ली का भी दौरा किया हैं । मेँ चाहती हू कि मेरी तरह मेरे समाज की दूसरी औरते भी चार- दिवारी से बाहर निकले । अपने अंदर छिपी ताकत को पहचाने और अपने हालात बदलने के लिए काम करे । ... जानू को पूरा विश्वास हैं खुद पर अपने साथियो पर उसमे और उसके साथियो मेँ ताकत हैं इरादों की । " आगे पढ़िए...
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