शरीर और स्वास्थ्य से मेरा संबंध

by वीणा शिवपुरी / Ref वीणा शिवपुरी
"मेरा शरीर मेरा अपना हैं । उसका उतार चढ़ाव , सुख दुःख को मेँ सबसे अच्छी तरह जानती हूं । आखिर मैँ उसे बीस , तीस , पचास साल से जानती हूं । ... हमारे शरीर से हमे प्यार होना चाहिए । उसकी समाज होनी चाहिए । ... हमारे शरीर मेँ प्रकति ने रोगों से लड़ने को ताकत दी हैं । उसे पनपाएं । अपने शरीर को पहचानें । " आगे पढ़िए
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