ढाई आखिर प्रेम का पड़े सो विकास कर्मी होय

by कमला भसीन / Ref कमला भसीन
" विकास कमी उनके संगठित होने में भी मदद कर सकते हैं, ताकि वे जल्दी से जल्दी स्वावलम्भी हो जाएं, स्वराज पा जाएं । संगठन से बड़ी शक्ति नहीं हैं और शक्ति के बिना विकास नहीं हैं । जिस दिन जनता में वह शक्ति अ जाए जिसे कोई नज़र अंदाज़ न कर सके उस दिन विकास हो जाएगा । आगे पढ़िए…
Editor Translator Photographer Publisher
Sevagarm Viikas Sansthan
Page count Languages Volume Compiler
3